Solar Subsidy Yojana 2024: झारखंड सरकार ने किसानों की सिंचाई संबंधी समस्याओं को हल करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सोलर पंप योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत किसानों को सौर ऊर्जा से संचालित पंप प्रदान किए जाते हैं. जिन पर सरकार 90% तक सब्सिडी देती है. यह योजना बिजली और डीजल की लागत को कम करने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में भी मदद करती है.
क्यों जरूरी है सोलर पंप योजना?
झारखंड के किसानों को सिंचाई के लिए बिजली और डीजल की अधिक लागत उठानी पड़ती है, जो उनकी कृषि आय को प्रभावित करती है. सोलर पंप योजना के माध्यम से किसान सूरज की रोशनी का उपयोग कर सिंचाई कर सकते हैं. जिससे न केवल उनकी लागत कम होती है. बल्कि उनकी उत्पादकता भी बढ़ती है.
योजना के मुख्य लाभ
- सस्ती और प्रभावी सिंचाई: सरकार 90% तक की सब्सिडी प्रदान करती है. जिससे किसान सस्ते दामों में सोलर पंप खरीद सकते हैं.
- बिजली और डीजल की बचत: सोलर पंप सूरज की रोशनी से चलते हैं. जिससे बिजली और ईंधन पर खर्च कम होता है.
- पर्यावरण संरक्षण: यह योजना ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देती है और प्रदूषण को कम करती है.
- कम रखरखाव खर्च: सोलर पंप को लंबे समय तक कम लागत में चलाया जा सकता है.
पात्रता के प्रमुख बिंदु
- आवेदक को झारखंड राज्य का स्थायी निवासी होना अनिवार्य है.
- योजना का लाभ छोटे और सीमांत किसान ही उठा सकते हैं.
- जिनके पास कृषि भूमि है, वे इस योजना के लिए पात्र हैं.
- पंप की क्षमता 0.5 मेगावाट से 2 मेगावाट तक होनी चाहिए.
कैसे करें आवेदन?
योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन प्रक्रिया को बेहद सरल बनाया गया है:
- झारखंड नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (JREDA) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
- किसान पोर्टल पर “Labour Registration” विकल्प पर क्लिक करें.
- नाम, पता, आधार नंबर और मोबाइल नंबर जैसे विवरण भरें.
- सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें.
- आवेदन फॉर्म सबमिट करें और पावती प्राप्त करें.
आवश्यक दस्तावेज
योजना के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज जरूरी हैं:
- आधार कार्ड
- पहचान प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- भूमि से संबंधित दस्तावेज
- बैंक पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
योजना के तहत सब्सिडी और लागत
इस योजना के तहत किसानों को 90% तक की सब्सिडी दी जाती है. इसका मतलब है कि पंप की कुल लागत का केवल 10% ही किसान को भुगतान करना होगा. उदाहरण के तौर पर यदि सोलर पंप की कुल लागत 1 लाख रुपये है, तो किसान को केवल 10,000 रुपये ही देने होंगे.
योजना का उद्देश्य किसानों को सशक्त बनाना
झारखंड सोलर पंप योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को सिंचाई में आत्मनिर्भर बनाना है. इस योजना से किसानों को जल संकट से राहत मिलेगी. उनकी कृषि उत्पादन क्षमता में सुधार होगा और वे बिजली और डीजल पर निर्भरता को कम कर सकेंगे.
योजना के तहत हेल्पलाइन नंबर और संपर्क
सरकार ने किसानों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है:
- वेबसाइट: JREDA की आधिकारिक वेबसाइट
- हेल्पलाइन नंबर: 1800-345-6578