Public Holiday: नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार खराब होता जा रहा है. जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और श्वसन संबंधी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों पर इसका गंभीर असर देखा जा रहा है. कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए यह स्थिति और भी ज्यादा खतरनाक साबित हो रही है.
स्कूल बंद, ऑनलाइन क्लासेस का सहारा
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए प्रशासन ने 12वीं तक के सभी स्कूलों को 23 नवंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है.
ऑनलाइन पढ़ाई का प्रावधान
छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए ऑनलाइन क्लासेस जारी रहेंगी. शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों को समय पर असाइनमेंट और होमवर्क दें और उनकी प्रगति पर ध्यान दें.
23 नवंबर के बाद, वायु गुणवत्ता की समीक्षा की जाएगी और इसके आधार पर स्कूल खोलने का फैसला लिया जाएगा. यह कदम बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए उठाया गया है.
बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य पर प्रदूषण का प्रभाव
बच्चे और बुजुर्ग वायु प्रदूषण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं.
बच्चों पर प्रभाव
- सांस लेने में दिक्कत.
- प्रतिरक्षा प्रणाली पर बुरा असर.
- पढ़ाई और खेलकूद में कमी.
बुजुर्गों पर प्रभाव
- फेफड़ों और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ना.
- पुरानी बीमारियों का बढ़ना.
प्रशासन के कदम
प्रशासन ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं:
- वायु गुणवत्ता खराब होने पर डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाया गया है.
- धूल और धुएं को कम करने के लिए निर्माण कार्यों पर अस्थायी रोक लगाई गई है.
- ग्रीन जोन और पौधारोपण को बढ़ावा दिया जा रहा है.
हालांकि इन कदमों के बावजूद प्रदूषण का स्तर अभी भी चिंताजनक है.
25 दिसंबर क्रिसमस पर छुट्टी का ऐलान
नोएडा प्रशासन ने 25 दिसंबर को क्रिसमस के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है.
- इस दिन सभी स्कूल, कॉलेज और सरकारी संस्थान बंद रहेंगे.
- यह 2024 का आखिरी सार्वजनिक अवकाश होगा. इससे पहले नवंबर में दिवाली, छठ पूजा और गुरु नानक जयंती पर छुट्टियां दी गई थीं.
- यह दिन बच्चों और परिवारों के लिए उत्सव मनाने और एक साथ समय बिताने का अवसर होगा.
प्रदूषण से बचाव के लिए सुझाव
बिगड़ती वायु गुणवत्ता से बचने के लिए कुछ सुझाव अपनाए जा सकते हैं:
- जब तक संभव हो, घर के अंदर ही रहें और बाहर जाने से बचें.
- प्रदूषण से बचने के लिए एन95 मास्क का उपयोग करें.
- घर और ऑफिस में एयर प्यूरीफायर लगाएं.
- घर के अंदर एलोवेरा और स्नेक प्लांट जैसे पौधे लगाएं, जो हवा को साफ करने में मदद करते हैं.
- शरीर को डिटॉक्स करने के लिए पानी और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें.
वायु प्रदूषण के दीर्घकालिक समाधान की जरूरत
नोएडा और अन्य शहरों में प्रदूषण का स्थायी समाधान निकालने की जरूरत है.
- अधिक से अधिक पेड़ लगाने से हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा.
- कोयले और पेट्रोलियम पर निर्भरता कम कर सौर ऊर्जा और अन्य पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को अपनाना.
- निजी वाहनों के उपयोग को कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देना.